ये 10 गलतियां भूल के भी Options trading में मत करना -Options Trading mistakes in Hindi 

इस अध्याय में हम Options Trading mistakes in Hindi  पर बात करेंगे और सफल निवेश के लिए महत्वपूर्ण टिप्स प्रदान करेंगे। Options Trading में लगभग 80 % लोग लॉस करते है ,और बाकि 20 % लोग ही एक सफल ट्रेडर बन पाते है। जिसकी वजह से उन्हें प्रॉफिट होने से ज्यादा लॉस होता है। आज हम इन्ही Mistakes के बारे में बताएँगे जिसकी वजह से लोग Options Trading में अक्सर लॉस करते है और अपने प्रॉफिट को कैसे बढ़ाये ये भी इस आर्टिकल में मैं आपको बताऊंगा। तो चलिए शुरू करते है।

Table of Contents

Options Trading क्या होती है?

ऑप्शंस ट्रेडिंग, जिसे अंग्रेजी में “Options Trading” कहा जाता है, Options Trading एक कॉन्ट्रैक्ट होता है , जो एक खरीदार और विक्रेता के बीच में होता है। इसमें Options Trading करने वाला कुछ प्रीमियम का भुक्तान करके किसी भी एक स्ट्राइक प्राइस पर प्रतिभूतियों को खरीद और बेच सकता है।

Options Trading एक लाभकारी वित्तीय उपकरण है जिससे ट्रेडर विभिन्न बाजार में सक्रिय रहकर आसानी से निवेश कर सकता है।

Options Trading के लाभ:Options Trading के नुकसान:
1. निवेश की छूट1. मार्जिन को हाथ में लेने की जटिलता
2. किसी विशेष खरीदारी या विक्रय के लिए सामग्री की आवश्यकता नहीं2. ट्रेडिंग कॉस्ट
3. संकेतकों के चुनाव में विशेषाधिकार3. शून्यकरण की समय सीमा

Options Trading अधिकांश ट्रेडरों के लिए मुख्य रूप से लाभकारी सिद्ध होती है, परंतु इसके नुकसान भी हो सकते हैं। ट्रेडर को अनुभव के साथ-साथ समय, शोध, और जानकारी की आवश्यकता होती है ताकि वह ऑप्शंस ट्रेडिंग को सफलतापूर्वक और जिम्मेदारीपूर्वक कार्यान्वित कर सके।

Options Trading की स्टॉक्स का चयन करना

एक सफल ऑप्शंस ट्रेडर बनने के लिए Options Trading की सामग्री का सही चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। स्टॉक्स का सही चयन न करने से गलतियां हो सकती हैं और आपके निवेश को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

Options Trading mistakes in Hindi 
Options Trading mistakes in Hindi 

यहाँ कुछ महत्वपूर्ण टिप्स हैं जो आपको Options Trading की स्टॉक्स का चयन करने में मदद करेंगे।

  1. पूरी समझ और जागरूकता: अपनी जागरुकता बढ़ाने के लिए हमेशा ताजगी से तकनीकी संदर्भ, अपडेट, विश्लेषण, और वेबसाइटों की समीक्षा रखें।
  2. मूल्य विश्लेषण: स्टॉक्स के चयन में आपको विविध मूल्यों का विश्लेषण करना चाहिए, जैसे कि मोल (कॉल और पुट दोनों), ग्रीक्स (डेल्टा, गामा, थीटा, वेगा, रेशियो) और अन्य विशेषताएं।
  3. उपयोगी टूल्स का चयन: कई उपयोगी टूल्स और सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं जो आपको सही स्टॉक और ऑप्शन का चयन करने में मदद कर सकते हैं। इन टूल्स का उपयोग करके रिसर्च करें और योग्य समय पर ट्रेड का निर्णय लें।
  4. सामग्री की दृष्टि से मूल्यांकन करें: अच्छी ऑप्शंस ट्रेडिंग की स्टॉक्स का चयन करने के लिए सामग्री की दृष्टि से मूल्यांकन करें। क्या यह स्टॉक्स की प्रकृति, खुशहाली की संकेत, और विपणित दशा के साथ मेल खाती है?
  5. विज्ञापनों से बचें: ऑप्शंस ट्रेडिंग stock के चयन में विज्ञापनों का ध्यान न दें। विज्ञापनें आपको आकर्षित कर सकती हैं, परंतु समझें कि वे मार्केटिंग के लिए हैं और इन्हें ट्रेडिंग के चयन के लिए मार्गदर्शन के रूप में नहीं देखना चाहिए।

इन टिप्स का ध्यान रखकर और अच्छी समझदारी से सामग्री का चयन करने से आप Options Trading में गलतियों से बच सकते हैं।

क्या Options Trading में ग़लती हो सकती है?

Options Trading एक लाभदायक निवेश का लक्ष्य रखने वाले व्यापारियों के लिए एक रोमांचक और उपायुक्त विकल्प है। हालांकि, आपको ध्यान देने की जरूरत है कि कुछ गलतियां आपके निवेश को प्रभावित कर सकती हैं और आपकी कमाई को कम कर सकती हैं।

यहां चर्चा करने के लिए कुछ मुख्य ग़लतियां हैं जो Options Trading में हो सकती हैं और आपको इनसे बचने के तरीके जानने की आवश्यकता है:

  1. Over Trading: बजार में भारी नुकसान का कारण बनने वाली ग़लती हो सकता है जब व्यापारी लालच में आके अत्यधिक निवेश करते हैं। ध्यान दें कि ऑप्शंस ट्रेडिंग धीमी और तेज बाजार दोनों में काम कर सकती है, इसलिए आपको अपने निवेश को सही स्तर पर रखना चाहिए।
  2. Depressionism: व्यापार में सफलता प्राप्त करने के लिए सही निर्णय लेने की क्षमता महत्वपूर्ण है। ध्यान दें कि छोटे मोटे लॉस पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय stocks के विस्तृत विश्लेषण पर ध्‍यान केंद्रित करें।
  3. Time: ऑप्शंस ट्रेडिंग कठिन हो सकता है और ज़्यादातर समय मांगता है। ध्यान दें कि आपको समय के प्रबंधन के लिए समय निकालने की आवश्यकता है ताकि आप निवेश को सही कर सकें।
  4. lack of knowledge: बाजार और Options Trading सम्बंधित ज्ञान का अभाव एक ग़लती का कारण बन सकता है। यदि आप ऑप्शंस ट्रेडिंग में शुरू करने का निर्णय लेने की सोच रहे हैं, तो पहले बाजार और ट्रेडिंग के बारे में गहन ज्ञान प्राप्त करें।

इन सभी ग़लतियों से बचने के लिए, एक अनुभवी Options Trading बनने के लिए नियमित अभ्यास, ज्ञान और तैयारी की आवश्यकता होती है। यदि आप इन ग़लतियों की जांच करना चाहते हैं और सफलता के रास्ते पर अपनी प्रगति करना चाहते हैं, तो अगले सेक्शन में हम बाजार ज्ञान की कमी पर चर्चा करेंगे।

भावनाओं के प्रभाव में नहीं आना

जब हम Options Trading करने के लिए तैयार होते हैं, तो हमारे मन में विभिन्न भावनाएँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसलिए हमें यह समझना महत्वपूर्ण है कि भावनाओं के प्रभाव में आने से हमारी ट्रेडिंग पर कैसा असर पड़ सकता है।

भावनाएँ विभिन्न प्रकार की हो सकती हैं, जैसे कि भय, ग़ुस्सा, आत्मविश्वास या उत्साह। ये भावनाएँ हमारे निर्णयों और व्यवहार पर प्रभाव डाल सकती हैं। जब हमारे मन में भावनाएँ उठती हैं, तो हमारा सोचने का तरीका, निर्णय लेने की क्षमता और ट्रेडिंग करने के तरीके पर असर पड़ सकता है।

भावनाओं का संकेत तात्कालिकता का चयन करने जैसा होता है और ट्रेडिंग पर इसका बहुत बड़ा प्रभाव होता है।

भावनात्मक ट्रेडिंग करने का खतरा है कि हम भावनाओं के अनुरूप निर्णय ले सकते हैं और यह हमारे निवेश को प्रभावित कर सकता है। एक उदाहरण के रूप में, यदि हमें ग़ुस्सा आ रहा है, तो हम बिना सोचे समझे विकल्पों पर निवेश कर सकते हैं। इससे हमारे निवेश पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और हम नुकसान का सामना कर सकते हैं।

Options Trading करते समय, हमें यह सिखना चाहिए कि भावनाओं के प्रभाव में नहीं आना हमारे लिए क्यों कारगर है। हम अपने मन को संभालें, निर्णय लेने में संयमित रहें और जीवन के अनुभवों से सीखें। ऊर्जा और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी, भावनात्मक ट्रेडिंग के अलावा एक संतुलित मानसिक अवस्था बहुत महत्वपूर्ण है।

भावनाओं के प्रभाव से बचने के टिप्स

  • निवेश के पहले अपने मन की स्थिति की जांच करें।
  • भावनाओं को पहचानें और उन्हें नियंत्रित करने के तरीके ध्यान में रखें।
  • निवेश करते समय, निर्णय लेने से पहले एक छोटा ध्यान लें और शांत रहें।
  • व्यापारिक पुस्तकों, ध्यान विधियों और मनोविज्ञान से सुविधा लें।
  • अपने मन के अंदर रहने वाले हर विचार को स्वीकार करें, लेकिन उस पर नियंत्रण रखें।
  • व्यक्तिगत ध्यान के लिए योग और मेडिटेशन का उपयोग करें।

आपकी भावनाएँ हैं आपकी शक्ति

Options Trading में सफलता प्राप्त करने के लिए, हमें यकीन रखना चाहिए कि हमारी भावनाएँ हमारी शक्ति हो सकती हैं। सही स्थिति में जीवन का सारसंग्रह लेने के लिए, हमें अपनी भावनाओं को संभालने, नियंत्रित करने और उन्हें सकारात्मकता की ओर देखने की क्षमता का विकास करना होगा।

भावनाओं के प्रभावनिवेश परिणाम
उत्साहसकारात्मक परिणाम
भय/संशयनकारात्मक परिणाम
आत्मविश्वाससकारात्मक परिणाम
ग़ुस्सानकारात्मक परिणाम

इसलिए, भावनाओं के प्रभाव में नहीं आने और सकारात्मक मानसिक अवस्था को बढ़ावा देने के लिए, हमें नियमित रूप से अपनी भावनाओं पर नज़र रखना और मन के बीते हुए विचारों को छोड़कर केवल वर्तमान केंद्रित होना चाहिए।

बजार ज्ञान की कमी

Options Trading में सफलता प्राप्त करने के लिए बजार ज्ञान बेहद महत्वपूर्ण है। हालांकि, कई बार ट्रेडर बजार ज्ञान की कमी के कारण ग़लतियां कर देते हैं। इसलिए, इस सेक्शन में हम बजार ज्ञान की कमी से होने वाली ग़लतियों पर चर्चा करेंगे और उनसे बचने के लिए उपाय बताएँगे।

  1. एक महत्वपूर्ण ग़लती, ट्रेडर द्वारा असमय में अनगिनत तकनीकी और मूल्यांकन जानकारी की कमी होना है। ट्रेडर को बजार के चाल को समझने के लिए उचित समय बिताना चाहिए, तकनीकी सामग्री को अच्छी तरह से अध्ययन करना चाहिए और गहन मूल्यांकन करना चाहिए।
  2. दूसरी ग़लती, ट्रेडर के पास नियमित बजार अपडेट की कमी होना है। बजार के कारोबार की ऊर्जा को महसूस करने के लिए नियमित बजार समाचार, अर्थव्यवस्था के संकेत और कंपनियों के आर्थिक प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
  3. तीसरी ग़लती, ट्रेडर के द्वारा सही स्थिति और मूवमेंट के लिए उचित मार्गदर्शन का लापता होना है। ट्रेडर को अच्छी तरह से इंडिकेटर्स, चार्ट पैटर्न्स और ट्रेडिंग संकेतक केवल विश्लेषण के लिए उपयोग करने चाहिए, न कि फैसलों के आधार से।

इन ग़लतियों से बचने के लिए ट्रेडर को नियमित शिक्षा और समर्थन पर बल देना चाहिए, मार्केट एक्सपर्ट्स से सलाह लेना चाहिए और मार्केट संकेतक के साथ अभ्यास करने चाहिए। इससे ट्रेडर बजार ज्ञान को मजबूत करेंगे और सफल ऑप्शंस ट्रेडिंग में समर्पित होंगे।

बजार ज्ञान एक ट्रेडर की सबसे मूलभूत आपूर्ति है। – जॉन जेकसन

ग़लतीसमस्यासमाधान
तकनीकी और मूल्यांकन जानकारी की कमीबजार समझने में कठिनाई, त्रुटियों की संभावना।अधिक शिक्षा, नियमित अभ्यास और न्यूज़ बजार जानकारी
नियमित बजार अपडेट की कमीबजार में ताजगी के आधार पर फैसले नहीं ले सकनानियमित बजार समाचार, अर्थव्यवस्था की जानकारी और कंपनी के आर्थिक प्रदर्शन पर ध्यान देना
सही स्थिति और मूवमेंट के लिए उचित मार्गदर्शन का लापता होनाअवांछित ट्रेड्स, नुकसान, और खामी का सामना करनाइंडिकेटर्स, चार्ट पैटर्न्स और ट्रेडिंग संकेतक का उचित उपयोग करना

अधिक खतरनाक स्टॉक्स का उपयोग न करना

Options Trading में स्टॉक्स एक अहम तत्व है जो व्यापारियों को विभिन्न नए मौकों पर फैसले लेने में मदद करती है। उपयोगकर्ताओं को स्टॉक्स का उचित और सत्यापित उपयोग करना चाहिए, लेकिन यहां बहुत सारी ग़लतियां की जा सकती हैं।

पहली ग़लती यह हो सकती है कि आप ग़लत सामग्री का उपयोग कर रहे हैं जो आपको नुकसान पहुंचा सकती है। यहां, एक सत्यापित समाधान है कि आपको केवल विश्वसनीय और भरोशे मंद stocks का ही उपयोग करना चाहिए। अशुद्ध या नए स्टॉक्स से दुर रहें।

विज्ञापनों, या टिप्स और ट्रिक्स वाली वेबसाइटों से दुर रहें, क्योंकि वे आपको गलत मार्गदर्शन दे सकती हैं। सीखें और विवेकपूर्ण निर्णय लें।

अतिरिक्त ध्यान देने योग्य ग़लतियां – समय की कमी के कारण अपुष्ट परिणाम, आपके व्यापार के लिए नुकसानदायक नतीजे प्राप्त करने की भूमिका निभा सकती है। शीघ्रता, धैर्य, और प्रशिक्षण के माध्यम से ये ग़लतियां कम की जा सकती हैं।

संक्षेप

Options Trading में stocks का सत्यापन और उचित चयन आपके व्यापारिक सफलता का महत्वपूर्ण कारक हो सकते हैं। उपयोगकर्ताओं को सिद्धांतों का पालन करने की सलाह दी जाती है और ग़लतियों से बचने के लिए निरंतर जागरूक रहने की सलाह दी जाती है।

सही इंडीकेटर्स का चयन नहीं करना

बाजार ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त करने के लिए, इंडीकेटर्स का सही चयन करना महत्वपूर्ण है। हालांकि, कई बाजार ट्रेडर ऐसी ग़लती करते हैं गलत इंडीकेटर्स का उपयोग करके अपना पैसा लॉस कर देते है।इंडिकेटर्स लगाने से पहले उस इंडिकेटर के बारे में आपको अच्छी तरह नॉलेज होनी जरुरी है।

बाजार ट्रेडिंग में संकेतकों का सही चयन करने के लिए उपयुक्त तकनीकी और मूल्य सहित विश्लेषण की जरूरत होती हैं। आपको ट्रेडिंग में बेहतर निर्णय लेने के लिए उपयोगकर्ता-मित्रों द्वारा प्रदान किए गए संकेतक, चार्ट पैटर्न, टेक्निकल इंडिकेटर्स, और अन्य उपकरणों का उपयोग करना चाहिए।

बिना ज्ञान के आप पैसा नहीं कमा सकते।

Options Trading mistakes in Hindi 
Options Trading mistakes in Hindi 

एक सफल ऑप्शंस ट्रेडर बनने के लिए, संभावतः आपको पहले इस क्षेत्र में भलीभांति तयारी करने की जरूरत होगी। परंतु, क्या आपने कभी सोचा है कि बिना किसी ज्ञान के आप कितनी दूर तय कर सकते हैं? हाँ, ज्ञान और प्रशिक्षण कार्यक्रम बेहद महत्वपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन क्या सचमुच में यही अकेला माध्यम है जिसके जरिए आप ऑप्शंस ट्रेडिंग में सफल हो सकते हैं? नहीं, ऐसा नहीं है।

ज्ञान और प्रशिक्षण कार्यक्रम सुनिश्चित रूप से महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि यह आपको बेहतरीन ज्ञान, तकनीकी अभिवृद्धि और विशेषज्ञता प्रदान करते हैं। ये सब आपको बचाव के लिए आवश्यक टूल्स और संकेतक समझने में मदद कर सकते हैं। पाठशाला पास करने से आपको मार्केट डायनामिक्स, कंपनी की रिपोर्ट, दर का विश्लेषण, और आर्थिक समझ की मजबूती प्राप्त होगी।

लेकिन यदि आपके पास पढ़ने का वक्त नहीं है या आपका बजट प्रतिबंधित है, तो आप अपनी खुद की खोज करें। इन्टरनेट पर हिंदी में खुद का अध्ययन करने और मुफ्त ऑप्शंस ट्रेडिंग पाठशाला और विडियो ट्यूटोरियल्स देखने के लिए यहां कई संसाधन उपलब्ध हैं।

यदि आपका संकल्प और मेहनत ठोस है, तो आप खुद पर विश्वास रखें और अध्ययन के द्वारा एक सफल ट्रेडर के रूप में अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें। पूरी दुनिया में कई लोग हैं जिन्होंने सिर्फ अपनी एकलव्य में खुद को किसी बुक को पढ़े ऑप्शंस ट्रेडिंग का माहिर बनाया है। वे मेहनत करते रहे हैं, समय निकालते रहे हैं, संबंधित प्रेस पढ़ते रहे हैं, और अनुभव के माध्यम से सीखते रहे हैं। उन्होंने खुद को कुछ महत्वपूर्ण बातें सिखाई हैं, जिसे हैक्स बग कहा जाता है।

Options Trading में लेवल्स का लागू न करना

Options Trading में लेवल्स का लागू करना एक आम ग़लती है जो नए और अनुभवी ट्रेडर दोनों ही करते हैं। इसका कारण है कि लेवल्स का लागू करना आसान लगता है और इससे बढ़िया नतीजे आने की उम्मीद होती है। लेकिन यह सही नहीं होता है क्योंकि लेवल्स शार्टटर्म में बदल सकते हैं और ट्रेडर को ग़लत संकेतों पर भरोसा करके आगे बढ़ने की भूमिका निभानी पड़ती है।

लेवल्स का उपयोग करने के बजाय, ट्रेडर को तत्पर रहना चाहिए और मार्केट का अवलोकन करते हुए अपने निवेश की स्थिति को निर्धारित करना चाहिए। ट्रेडर को चाहिए कि वे मार्केट की कठिनाइयों का सामना करने की क्षमता विकसित करें और अपने निवेश के लिए उचित लेवल्स का निर्धारण करने के लिए राजनीतिक और आर्थिक मामलों का ध्यान रखें।

निष्कर्ष

जब हम Options Trading करते हैं, तो हमें इस विषय पर विचार करने और मार्गदर्शन करने की जरूरत होती है। गलतियां हमारे सफलता में बाधा बन सकती हैं, लेकिन हम उनसे सीख सकते हैं और कमी को दूर करने के लिए सुनहरे निवेश मौके उठा सकते हैं। सभी व्यापारियों के लिए यह आवश्यक है कि वे अपनी गलतियों पे ध्यान दें और उनसे सीखें।

इसलिए, आपका सफलता से जुड़ा हर आधार और शौक ध्यान में लेकर हमें बेहतरिन निवेश निर्णयों की ओर आगे बढ़ने की सुझाव प्रदान करेगा। याद रखें, शिक्षा और समय पर लेनदेन पर मुख्य ध्यान दें और आप एक सफल ऑप्शंस ट्रेडर बन सकते हैं।

FAQ

Options Trading में लेवल्स क्यों लगाना चाहिए।

लेवल्स का लागू न करने से यह ग़लती हो सकती है कि आप बाजार की समझ नहीं पाएंगे और अनुकूलन करने में परेशानी हो सकती है।

Options Trading में भावनाओं के प्रभाव में नहीं आना क्यों जरूरी है?

भावनाओं के प्रभाव में नहीं आने से आप अहम निर्णयों को सही तरीके से नहीं ले पाएंगे और गलत ट्रेड करने के संभावना हो सकती है।

Options Trading में बजार ज्ञान की कमी पर क्या प्रभाव पड़ता है?

बजार ज्ञान की कमी के कारण, आप अपने निवेश के संबंध में पूर्ण जानकारी नहीं हो पाएँगे और गलत निर्णय लेने के संभावना हो सकती है।

Options Trading क्या होती है?

Options Trading एक कॉन्ट्रैक्ट होता है , जो एक खरीदार और विक्रेता के बीच में होता है।

Options Trading में stocks का चयन करते समय होने वाली गलतियां क्या हैं?

ऑप्शंस ट्रेडिंग में stocks का चयन करते समय आप बजार की समझ में कमी के कारण गलत दिशा में जा सकते हैं और ट्रेड के परिणामस्वरूप नुकसान हो सकता है।

Options Trading की stocks का चयन करना क्यों जरूरी है?

ऑप्शंस ट्रेडिंग की stocks का चयन करना जरूरी है क्योंकि सेटलमेंट और निकासी में आसानी होती है और नुकसान से बचेंगे-

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