कंपनी के फंडामेंटल कैसे चेक करें?: fundamental analysis in hindi

किसी भी बिज़नेस को समझने के लिए फ़ंडामेंटल एनालिसिस (fundamental analysis in hindi) का इस्तेमाल होता है. चाहे आप बाज़ार में लंबे समय के लिए निवेश करें या शॉर्ट टर्म, यह बहुत महत्वपूर्ण है. इससे व्यापार को कई तरह से देखने और समझने में मदद मिलती है |

निवेशकों के लिए यह बहुत जरूरी है की वो बाजार के घ्रिणिकता से दूर रहें. फ़ंडामेंटल मजबूत कंपनियों के शेयर मूल्य वादत के साथ बढ़ा है. इससे निवेशक को फायदा होता है.

भारतीय बाज़ार में कई सफल उदाहरण हैं. जैसे इनफ़ोसिस, TCS, पेज इंडस्ट्री, आयशर मोटर्स, बॉश इंडिया, नेस्ले इंडिया, TTK प्रेस्टीज आदि. इन सभी ने दस साल से ज्यादा का 20% से ज्यादा CAGR दिया |

इसका मतलब है कि इसमें पैसा लगाने वाले हर निवेशक की पूँजी 3.5 साल में दोगुनी हुई. जितना ज़्यादा हो आपकी पूँजी उतनी ही तेज़ी से बढ़ेगी |

Table of Contents

मुख्य बिंदु

  • फ़ंडामेंटल एनालिसिस किसी भी बिज़नेस को समझने के लिए किया जाता है
  • मज़बूत कंपनियों के शेयरों की कीमत समय के साथ बढ़ती है
  • भारतीय बाजार में कई कंपनियों ने 20% से ज्यादा का CAGR दिया है
  • निवेशक को बाजार के शोरगुल से अलग होकर कंपनी के कामकाज पर ध्यान देना चाहिए
  • अच्छी कंपनियों में निवेश करके अमीर बना जा सकता है

संक्षिप्त विवरण : Fundamental kya hai

फ़ंडामेंटल एनालिसिस(fundamental analysis in hindi) से बिज़नेस समझना आसान हो जाता है। यह निवेशकों को बाजार के बाहरी वातावरण से बाहर निकालकर व्यापार के अंदर की दुनिआ दिखाती है। आगे बढ़ने से पहले यहाँ लोग क्या कर रहे है, समझन का सबसे आसान तरीका है। जब समय के साथ किसी कंपनी के शेयर की कीमत बढ़ती है, तो इससे निवेशक को फायदा होता है।

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फंडामेंटल एनालिसिस का महत्व : Importance of fundamental analysis

इस तरह की तकनीक से अगर आप मजबूत कंपनियों में निवेश करते हैं, तो पैसा अचानक बड़ा हो सकता है। जैसे कि बॉश इंडिया ने 30% तक का हर साल की प्रक्रिया के आधार पर डेटा है। इसलिए, फ़ंडामेंटल एनालिसिस से व्यवसायों का अनुसरण करना बहुत फायदेमंद होता है।

अमीर बनने का तरीका : Way to become rich

आजकल, भारतीय बाजार में यहाँ वहां ऐसे उदाहरण मिलते हैं, जहां भाग्याशाली अनुयायी 20% से ज़्यादा प्रति वर्ष का लाभ उठा है। यानी, फ़ंडा लगाने वाले आम निवेशक का पैसा 3.5 साल में डबल हो जाता है।

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उदाहरण कंपनियां

भारतीय बाजार में वहाँ कई उदाहरण हैं, जैसे इनफ़ोसिस, TCS, आयशर मोटर्स, आदि। ये सबने दस साल से ज़्यादा तक 20% से ज़्यादा का CAGR दिया है। इसका मतलब, जो भी इनमें निवेश करता है, उसका पैसा 3.5 साल में दोगुना होता है।

क्या मैं फ़ंडामेंटल एनालिस्ट बन सकता हूँ? : Can I become a fundamental analyst?

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कई बार लोग सोचते हैं कि सिर्फ़ चार्टर्ड अकाउंटंट्स या व्यापारिक शिक्षा वाले फ़ंडामेंटल एनालिस्ट बन सकते हैं। पर सच्चाई यह है कि कोई भी ये बन सकता है, यदि वह इन महत्वपूर्ण चीजों को सीख लेता है: वित्तीय स्थिति को समझना, हर व्यापार को उसके मंजिल तक कैसे पहुंचना है वह समझना, और महत्वपूर्ण गणित का ज्ञान रखना।

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Technical Analysis and Fundamental Analysis

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टेक्निकल एनालिसिस अच्छे फॉरेकास्ट करती है। यह बताती है कि बाजार में कब खरीद या बेचना होगा। लेकिन धन कमाने का तरीका नहीं है। धन कमाने के लिए, देर तक निवेश करें। और टेक्निकल संकेत सहित फंडामेंटल भी ध्यान में रखें।

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कोर सैटेलाइट रणनीति : Fundamental analysis in hindi

कोर सैटेलाइट रणनीति को समझने के लिए इन्वेस्टिंग में नजर डालें। इसमें पोर्टफोलियो की सेग्रेगेट की जाती है, एक फंडा निवेश में और दूसरा छोटे समय के ट्रेड्स में। कोर भाग में दमदार कंपनियों में लंबे समय के निवेश पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। जबकि सैटेलाइट में ट्रेडिंग की छोटी मुद्रा कमाई होती है।

फंडामेंटल एनालिसिस के टूल्स

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fundamental analysis in hindi के लिए उपयोगी टूल्स बहुत ही सरल होते हैं. ये सभी के लिए नि:शुल्क उपलब्ध हैं। इन्हें इस्तेमाल करने के लिए, आपको कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट, इंडस्ट्री से जुड़ा डेटा, खबरों का ध्यान रखना, और MS Excel की जानकारी होनी चाहिए। ये चार टूल्स किसी भी फंडामेंटल एनालिसिस को मापने में मददगार होते हैं।

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टूल्सविवरण
कंपनी की वार्षिक रिपोर्टकंपनी की वित्तीय स्थिति, प्रदर्शन और रणनीतियों का विस्तृत ब्योरा मिलता है।
इंडस्ट्री से जुड़ा डेटाकिसी विशिष्ट उद्योग या क्षेत्र में प्रवृत्तियों और परिदृश्य का विश्लेषण करने में मदद मिलती है।
समाचार या खबरेंकंपनी के नए विकास, गतिविधियों और घटनाओं के बारे में अद्यतन जानकारी प्रदान करते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल (MS Excel)वित्तीय मॉडलिंग, अनुपात और ट्रेंड विश्लेषण के लिए एक शक्तिशाली टूल है।

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किसी कंपनी की बिक्री वृद्धि देखना उसकी आर्थिक ताकत को दर्शाता है। निवेशक टिकाऊ विकास क्षमता खोजते हैं. जो जीडीपी वृद्धि संकेत देती है या प्रतिस्पर्धियों से बेहतर हो।

ऑपरेटिंग मार्जिन

ऑपरेटिंग मार्जिन दक्षता और लाभप्रदता को मापता है। कंपनियां विभाग से नेट मार्जिन बढ़ाती है. यह due to यह संकेत देता है कि उनकी नीतियों का प्रभावित होता है।

नकद लाभ

लाभ के अलावा, निवेशक वित्तीय स्वास्थ्य पर भरोसा करते हैं। नकदी प्रवाह की जांच properties का अध्ययन भी करते हैं। इससे वे वेतन के sources को जान सकते हैं।

ऋण स्तर

विवेकपूर्ण ऋण प्रबंधन सार्थक है। यह आर्थिक विप्लव के दौरान जारी रखने में सहायक होता है. इससे ओवरलेवरेजिंग भी रोकता है।

मूल्यांकन जांच

कंपनी के उचित मूल्य का अध्ययन करना ज़रूरी है। प्रोफिट और आय माॅडल से वीवीटी करना, गलतियों से बचाता है।

फंडामेंटल विश्लेषण की चुनौतियां

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मौलिक विश्लेषण चुनौतीपूर्ण हो सकता है, पर ये जटिल सिद्धांत को स्पष्ट करता है। ये उपकरण निवेशकों को स्टॉक विश्लेषण में आत्मविश्वास देते हैं। इससे वे वित्तीय सफलता की ओर बढ़ सकते हैं और सही निर्णय ले सकते हैं।

फंडामेंटल विश्लेषण के फायदे

लंबे समय के निवेश में फंडामेंटल एनालिसिस का इस्तेमाल होता है। इससे आप अच्छी कंपनियों में निवेश कर सकते हैं। यह आपकी पूंजी को ज्यादा बना सकता है।

फंडामेंटल एनालिसिस से आप बुरी कंपनियों का पता लगा सकते हैं। जिससे फायदा होता है।

मजबूत कंपनियों पर ध्यान केंद्रित

हर निवेश योग्य कंपनी में कुछ खासी गुण होते हैं। जैसे ही हर खराब कंपनी के गुण भी होते हैं। फंडामेंटल एनालिसिस इन गुणों को पहचानने में मदद करता है।

लंबी अवधि के लिए

अगर फंडामेंटल एनालिसिस(fundamental analysis in hindi) मजबूत है, तो पूंजी दो साल में दोगुनी हो सकती है। साथ ही, आप 12 या 15% कॉर पोर्टफोलियो की निवेश से प्राप्ति कर सकते हैं। 10 से 12 % की छूट से सैटेलाइट पोर्टफोलियो मिल सकता है।

शेयरों में फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें : Fundamental analysis in hindi)

फंडामेंटल एनालिसिस(fundamental analysis in hindi) में, सबसे पहले किसी कंपनी की वित्तीय स्टेटमेंट पर ध्यान देना होता है। इसमें बिक्री, मार्जिन, नकद लाभ, ऋण और मूल्यांकन जैसे प्रमुख कारक देखे जाते हैं। ये किसी कंपनी की मजबूती और लाभप्रदता का हल्का देते हैं।

कंपनी की इंडस्ट्री और सामने वाली चुनोतियों का भी जांच करना जरूरी है। यह जानकारी कंपनी की हाल अवस्था को समझने में मदद करती है।3 आपको एक अच्छे फंडामेंटल एनालिस्ट बनने के लिए ये ख्याल रखना होगा।

अंत में, टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस का साथ देना फायदेमंद है। यह ‘कोर सैटेलाइट रणनीति’ को समझने में मदद करता है। लंबी और छोटी अवधि के निवेश को इस तरीके से वजन देना उपयुक्त होता है।

FAQ

1. किसी भी बिज़नेस को समझने के लिए क्या इस्तेमाल किया जाता है?

बिज़नेस समझने के लिए फ़ंडामेंटल एनालिसिस बहुत महत्वपूर्ण है। यह वो तरीका है जिससे किसी व्यवसाय को देखा जाता है। निवेशक अगर एक व्यापक समझ बनाता है, तो वह ठीक तरीके से फैसुले लेने में सक्षम होता है।

2. अमीर बनने का क्या तरीका है?

अमीर बनने का एक उपाय है फ़ंडामेंटल तौर पर सशक्त कंपनियों में निवेश करना। भारत में इनफ़ोसिस, TCS, और बॉश जैसी कई कंपनियां हैं जो 10 साल से भी अधिक समय तक, सालाना 20% से अधिक का लाभ दिला रही हैं।

3. उदाहरण कंपनियों के बारे में क्या जानकारी है?

इंफ़ोसिस, TCS, एशियन पेंट्स, और नेस्ले जैसी कंपनियां 10 साल से अधिक का समय, 20% से अधिक CAGR दे रही हैं। यह मतलब है कि इनमें सामंग्री वर्श में दोगुनी हो जा रही है।

4. क्या मैं फ़ंडामेंटल एनालिस्ट बन सकता हूँ?

चार्टर्ड्ड अकाउंटेंंट या कॉमर्स का बैकग्राऊंड न होने पर भी, फ़ंडामेंटल एनालिसिस सीखा जा सकता है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण चीजें हैं: वित्त सूचना को समझना और इंडस्ट्री को समझना। गणित की समझभ भी जरुरी है।

5. टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है?

टेक्निकल एनालिसिस सही टाइम से अंदर-बाहर का ऑर्डर बताती है। लेकिन सच्चा धन बनाने का रास्ता अच्छा लांग टर्म निवेशमें है। सबसे ठीक है जब आप टेक्निकल और फ़ंडामेंटल एनालिसिस दोनों का इश्तेमाल करते हैं।

6. फंडामेंटल एनालिसिस के लिए क्या टूल्स इस्तेमाल किए जा सकते हैं?

फंडामेंटल एनालिसिस के लिए कई सस्ते टूल्स उपलब्ध हैं। ये मिस्त्री, कुरेख, सोशल मीडिया, और एम्‌एस एक्सेल होते हैं। ये उपकरण दूसरों से कम नहीं हैं, अगर आप इन्हें योग्यतापूर्वक इस्तेमाल करते हैं।

7. फंडामेंटल एनालिसिस में किन चीज़ों पर ध्यान देना चाहिए?

फ़ंडामेंटल एनालिसिस में कंपनी की बिक्री, मार्जिन, और नकद प्रवाह पर ध्यान दिया जाता है। ये वित्तीय स्थिति और उसके भविष्य को अच्छे से दर्शाते हैं।

8. फंडामेंटल एनालिसिस की क्या चुनौतियां हैं?

मौलिक विश्लेषण हासिल करना कठिन हो सकता है, पर ये बहुत महत्वपूर्ण है। इसके साथ, निवेशक जोखिम संभाऊवना खोजते हैं, जिसमें लाभदायक स्थिती शामिल होती है।

9. फंडामेंटल एनालिसिस के क्या फायदे हैं?

फंडामेंटल एनालिसिस दिन का ल॰ब निवेश के लिए किया जाता है। जब आप एक अच्छी कंपनी में निवेश करते हैं, तो अपनी मौलिक संपदा बढ़ा सकते हैं। वहाँ स्थायी उन्नति की चाह होती है, जो वास्तविकता में अच्छी हो।

10. शेयरों में फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें?

निवेशक के लिए सही फंडामेंटल के पोइंट्स तलाशना जरुरी है। निवेश की विकाय की दृष्टि से, क्या अच्छा है या नहीं, उसे समझना जरुरी है।

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